शनिवार सुबह पाकिस्तान के तीन वायुसेना ठिकानों पर जबरदस्त धमाके हुए, जिनमें इस्लामाबाद के पास रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस भी शामिल है। इसके चलते पाकिस्तान ने नागरिक और वाणिज्यिक विमानों के लिए अपना एयरस्पेस पूरी तरह बंद कर दिया है। भारत में भी श्रीनगर के ऊपर सुबह कई धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं, यह घटनाएँ भारत द्वारा पाकिस्तानी ड्रोन हमलों को नाकाम किए जाने के कुछ घंटों बाद सामने आई हैं।
तीन बड़े धमाके, नूर खान एयरबेस भी चपेट में
पाकिस्तानी सेना का दावा है कि धमाके नूर खान एयरबेस, चकवाल के मुरिद एयरबेस और पंजाब के झंग ज़िले में स्थित रफ़ीकी एयरबेस पर हुए हैं। सोशल मीडिया पर चल रहे कई वीडियो में दावा किया गया है कि नूर खान एयरबेस में विस्फोट के बाद आग लग गई। हालांकि इन वीडियो की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों ने लगातार तेज़ धमाकों और उसके बाद जमीन पर तेज सैन्य गतिविधि की बात कही है।
नूर खान एयरबेस, जिसे पहले चकलाला एयरबेस कहा जाता था, पाकिस्तान का एक अत्यंत संवेदनशील ठिकाना है, जहां वायुसेना की महत्वपूर्ण गतिविधियों और वीआईपी ट्रांसपोर्ट युनिट्स का संचालन होता है।
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पाकिस्तान के ड्रोन बेस और लड़ाकू विमान ठिकानों पर हमला
चकवाल स्थित मुरिद एयरबेस को पाकिस्तान के ड्रोन ऑपरेशनों का मुख्यालय माना जाता है। यहां से निगरानी के लिए शाहपर-I, हमलों के लिए बुराक UAV और युद्धग्रस्त इलाकों में प्रयोग हो चुके तुर्की निर्मित Bayraktar जैसे ड्रोन संचालित किए जाते हैं। हाल ही में पाकिस्तान ने यहां Akinci-L जैसे उच्च ऊंचाई वाले और लंबी दूरी तक उड़ान भरने वाले लड़ाकू ड्रोन भी तैनात किए हैं।
वहीं, रफ़ीकी एयरबेस पर JF-17, मिराज 5 जैसे लड़ाकू विमान और Alouette हेलिकॉप्टर मौजूद हैं, जो इसे पाकिस्तान के मुख्य फाइटर बेस में से एक बनाते हैं।
भारत पर हमले के लिए उड़ानों को बनाया ढाल, एयरस्पेस बंद
भारत ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल हमलों के दौरान अपने नागरिक विमानों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया। इसके बाद पाकिस्तान ने NOTAM (नोटिस टू एयरमेन) जारी करते हुए एयरस्पेस को पूरी तरह बंद कर दिया।
भारतीय सेना ने बताया कि पाकिस्तान ने 8 से 9 मई की रात करीब 300 से 400 ड्रोन लॉन्च किए, जिनमें से अधिकतर तुर्की के बनाए Asisguard Songar मॉडल थे। भारत ने S-400, बराक-8, आकाश मिसाइल सिस्टम और स्वदेशी एंटी-ड्रोन तकनीकों के ज़रिए अधिकांश हमलों को विफल कर दिया।
भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, "पाकिस्तान जानबूझकर नागरिक विमानों की आड़ में भारत पर हमले कर रहा था। यह अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमानों के लिए बहुत खतरनाक है, जो भारत-पाक सीमा के पास उड़ रहे थे।"
इन हमलों और जवाबी कार्रवाई के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। दोनों देशों की सेनाएँ हाई अलर्ट पर हैं।
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